आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली में 12430 नए  क्लासरूम का उद्घाटन किया।

जिसको आतंकवादी कहते हैं, उसने 12430 स्मार्ट क्लासरूम देश को समर्पित किए

जिसको आतंकवादी कहते हैं

जिसको आतंकवादी कहते हैं, उसने 12430 स्मार्ट क्लासरूम देश को समर्पित किए

-देशभक्तों को पैदा करते हैं दिल्ली के स्कूल : अरविंद केजरीवाल

 

चंडीगढ़, 19 फरवरी आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली में 12430 नए  क्लासरूम का उद्घाटन किया। इस दौरान केजरीवाल ने बड़ा ऐलान किया और कहा कि "दिल्ली सरकार और उसके मंत्री देश के किसी भी राज्य की सरकार जो अच्छे स्कूल या अस्पताल बनाना चाहती है, की मदद के लिए पूरी तरह तैयार हैं।"

केजरीवाल ने खुशी प्रकट करते हुए कहा कि दिल्ली में  सही मायने में शिक्षा क्रांति हो रही है। प्रदेश में शानदार स्कूल और क्लासरूम बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले सात सालों में दिल्ली सरकार ने 20,000 से अधिक नए क्लासरूम बनाए हैं। आंकड़े बताते हैं कि देश की राज्य सरकारों और केंद्र सरकार ने मिलकर भी बीते सात सालों में पूरे देश में इतने क्लासरूम नहीं बनवाए। इस साल 3 लाख 70 हजार बच्चों ने दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों को छोडक़र सरकारी स्कूलों में दाखिला किया। जिस से साबित होता कि दिल्ली में शिक्षा क्रांति हो रही है और आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों के नतीजे प्राइवेट स्कूलों की तुलना में बेहतर हैं

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने तीन साल पहले 11,000 क्लासरूम का निर्माण शुरू किया था और आज वह इन कक्षाओं को दिल्ली के लोगों को समर्पित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर काम और विकास करने की नीयत हो तो चुनाव के समय एक ही जगह का कई बार उद्घाटन  नहीं करना पड़ता। लेकिन अगर उनकी सरकार 7 साल में ऐसा कर सकती है तो देश की अन्य सरकारें 75 साल में कर सकती हैं। लेकिन भ्रष्ट राजनेताओं को स्कूलों से सबसे ज्यादा डर लगता, क्योंकि जब आम लोग साक्षर होंगे तो वे जाति या धर्म के नाम पर वोट नहीं देंगे।

केजरीवाल ने कहा कि इन स्कूलों में आलीशान बहुउद्देशीय हॉल और अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं हैं। कई क्लासरुम पूरी तरह से डिजिटल हैं। बड़े-बड़े निजी स्कूलों में भी ऐसी व्यवस्था नहीं है। हमें खुशी है कि कम से कम दिल्ली में बाबा साहब भीम राव अंबेडकर का सपना साकार हो रहा है। आज दिल्ली में अमीर और गरीब के बच्चे एक साथ पढ़ते हैं और सबको समान अवसर मिल रहे हैं। हमारी सरकार बाबा साहब और भगत सिंह के सपनों को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में चाहे वह किसी जज की संतान हो किसी अधिकारी का हो या किसी मजदूर सब एक साथ पढ़ रहे हैं।

उन्होंने चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव के समय स्कूलों और अस्पतालों को अच्छा करने का वादा किया, लेकिन वे उसे आज तक पूरा नहीं कर पाए। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अन्य राज्य सरकारों को को भी प्रस्ताव दिया कि अगर वे भी अपने राज्य में दिल्ली जैसी शिक्षा प्रणाली चाहते हैं तो हम उनकी मदद के लिए तैयार हैं। केजरीवाल ने कहा कि साजिश के तहत विपक्ष के नेता हमें आतंकवादी कह रहे हैं, लेकिन हमारे लिए देश महत्वपूर्ण है, राजनीति नहीं। इसलिए सरकार चाहे कांग्रेस की हो या बीजेपी की। अगर कोई राज्य दिल्ली सरकार से अच्छे स्कूलों या अस्पतालों के लिए मदद मांगता है तो हम मदद जरुर करेंगे। 
उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान केजरीवाल ने कहा कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह ने 'क्रांति की जय हो' का नारा दिया था और आज मैं 'क्रांति की जय हो, शिक्षा क्रांति की जय हो' का नारा दे रहा हूं।